(i) यह श्वसन तथा धन के लिए आवश्यक है। अभिक्रियाओं से प्राप्त ऊर्जा का उपयोग जैविक तथा दैनिक क्रियाओ में किया जाता है।
(ii) द्रव ऑक्सीजन का उपयोग रॉकेट ईधन के अवयव के रूप में किया जाता है।
(iii) `HNO_(3), H_(2)SO_(4)` तथा `O_(3)` आदि के औधोगिक उत्पादन में।