(i)प्रक्षेपण बिंदु अर्थात मीनार की चोटी को मूल –बिंदु तथा ऊर्ध्वाधर ऊपर की दिशा को धनात्मक लेने पर चित्र से
`u=10` मीटर/सेकण्ड
`a=-g=-10 "मीटर/सेकण्ड"^(2)`
`y=-40` मीटर
गति के द्वितीय समीकरण
`y=ut+1/2 at^(2)` से
`-40=10t+1/2(-10)t^(2)`
`:.5t^(2)-10t-40=0`
`t^(2)-2t-8=0`
`t^(2)-4t+2t-8=0`
`t(t-4)+2(t-4)=0`
`(t-4)(t+2)=2`
`:.t=4` सेकण्ड अथवा `-2` सेकण्ड
`t` का मान धनात्मक होगा। अतः गेंद प्रक्षेपण के 4 सेण्ड बाद पृथ्वी से टकरायेगी।
(ii) `v=u+ "gt"=10+(-10)4=-30` मीटर/सेकण्ड
अतः गेंद मीटर/सेकण्ड वेग से पृथ्वी से टकरायेगी।
(iii) गेंद फेंके जाने के बाद प्रक्षेपण बिंदु के ऊपर अधिकतम विस्थापन
यदि `h` हो तो समीकरण `v^(2)=u^(2)+2ay` से
`(0)^(2)=(10)^(2)+2(-10)h`
`h=5` मीटर
`:.h=5` मीटर
गेंद फेंके जाने से पृथ्वी पर टकराने तक के समयान्तराल (4 सेकण्ड) में गेंद द्वारा तय दूरी `=h+h+40`
`=5+5+40=50` मीटर
गेंद का विस्थापन `=-40` मीटर
`:.` औसत चाल `=("दूरी")/("समयान्तराल")=50/4=12.5` मीटर/सेकण्ड
`| "औसत वेग"|=(| "विस्थापन"|)/("समयान्तराल")=40/4=10` मीटर/सेकण्ड