(i) यहाँ कोई अग्र - पश्च गति नहीं है , जो आवर्ती गति के सरल आवर्त गति होने के लिये आवश्यक है । अतः अक्ष के सापेक्ष पृथ्वी कि घूर्णन गति सरल आवर्त गति नहीं है ।
(ii) यह आवर्ती गति है तथा`F= -kx` नियम का पालन करती है । अतः यह सरल आवर्त गति है ।
(iii) आवर्ती गति प्रकर्ति में दोलनकारी होती है तथा बल के नियम का पालन करती है अतः यह साल आवर्त गति (SHM ) है ।
(iv) बहुपरमाणुक अणु में अनेक प्राकृतिक आवृतियाँहोती है। अतः इसके कम्पन सरल आवर्त गतियों कि आवृतियो का अध्यारोपण है । अतः अध्यारोपण आवर्ती गति है सरल आवर्त गति नहीं ।