दिया है नाभिक की त्रिज्या `r=r_(0)A^(1//3)`, जहाँ `r_(0)` एक नियतांक तथा A द्रव्यमान संख्या है ।
नाभिक का आयतन `(V) =(4)/(3)pi r^(3)`
`=(4)/(3)pi(r_(0)A^(1//3))^(3)`
`=(4)/(3)pi r_(0)^(3)A`
माना प्रति नाभिकीय कण अर्थात प्रोटीन एवं न्यूटन का औसत द्रव्यमान m है ।
`therefore` नाभिक का कुल द्रव्यमान (M) = प्रति नाभिक कण का औसत द्रव्यमान `xx ` नाभिकीय कणो की कुल संख्या = mA
नाभिक का घन त्व `( rho ) = (" नाभिक का द्रव्यमान")/(" नाभिक का आयतन")`
`(mA)/((4)/(3)pi r_(0)^(3)A)=(3m)/(4pi r_(0)^(3))`
यह द्रव्यमान संख्या (A ) से सवस्त्र है अंत : नाभिक का घन त्व सभी नाभिको के लिए नियत है।
दिया है,
`r_(0)=1.2f=1.2xx10^(-15)m " " ( because " If "=10^(-15)m)`
और `m=1.66 xx10^(-27)kg`
`therefore` नाभिक का घन त्व `=(3m)/(4pir_(0)^(3))`
`=(3xx1.66xx10^(-27))/(4xx3.14xx(1.2 xx 10^(-15))^(3))`
`=29xx10^(17)kg//m^(3)`
क्योकि सभी नाभिको का घन त्व समान है अतः
सोडियम सभी नाभिको घनत्व `=2.29xx10^(17)kg//m^(3)`
अब,
`("सोडियम नाभिक का घनत्व")/("सोडियम परमाणु का घनत्व ")= (2.29xx10^(17))/(5.84xx10^(2))`
`=3.9xx10^(14)=0.39xx10^(15)`
`=10^(15)`
अतः नाभिकीय द्रव्यमान घनत्व, परमाणु द्रव्यमान घनत्व का लगभग `10 ^(5 )` गुना होता है।