L लम्बाई के एक विभवमापी तार जिसका प्रतिरोध r है को श्रेणीक्रम में ,`E_(0)` विधुत वाहक बल की एक बैटरी तथा प्रतिरोध `r_(1)` से जोडा गया है । इस विभवमापी की l लम्बाई पर , किसी अज्ञात विधुत वाहक बल E के लिये संतुलन बिंदु प्राप्त होती है । तो E का मान है :
A. `(E_(0) r)/((r + r_(1)) * l/L`
B. `(E_(0) l)/L`
C. ` (L E_(0)r)/((r + r_(1))l)`
D. ` (L E_(0) r)/(l r_(1))` .