प्रथम स्थिति में , तरंगदैर्घ्य `(lambda_(1))=640.2` नैनोमीटर
`=640.2xx10^( -9)` मीटर
निरोधी विभव `(V_(0))_(1)=0.54` वोल्ट
दूसरी स्थिति में, तरंगदैर्घ्य `(lambda_(2))=427.2` नैनोमीटर
` =427.2xx10^(-9)` मीटर
माना नया निरोधी विभव `(V_(0))_(2)` है , जो ज्ञात करना है । तब
`eV_(0)=(hc)/(lambda)-W` से, `V_(0)=(hc/e lambda)-(W/e)`
अतः पहली स्थिति में नियॉन लैप के लिए
`(V_(0))_(1)=[((hc)/(e)).(1)/(lambda_(1)) ] -(W/e) ` ...(i)
दूसरी स्थिति में लौह-स्रोत के लिए
`(V_(0))_(2)=[((hc)/(e)).(1)/(lambda_(2))]-(W/e)` ...(ii)
समीकरण (ii) में से समीकरण (i) को घटाने पर,
`(V_(0))_(2)-(V_(0))_(1)=(hc)/(e) [(1)/(lambda_(2))-(1)/(lambda_(1))]`
`=[((6.63xx10^(-34))(3xx10^(8)))/(1.6xx10^(-19))]`
`[((1)/(640.2xx10^(-9)))-((1)/(427.2xx10^(-9)))]` वोल्ट
`=(6.63xx3)/(1.6)xx10^(-7)xx(1)/(10^(-9))[(213.0)/(640.2xx427.2)]` वोल्ट
= 0.968 वोल्ट
`(V_(0))_(2)=[0.968+(V_(0))_(1)]`
`=(0.968+0.54)` वोल्ट = 1.508 वोल्ट ।