Correct Answer - `(CH_(3)CO)_(2)O,CH_(3)COOH,CH_(3)COOC_(2)H_(5),C_(2)H_(5)OH,CH_(3)COCH_(3)`
(i) चूँकि यौगिक (E) एक 2, 4-डाइनाइट्रोफेनिलहाइड्राजोन बनाता है अत: यह एक कार्बोनिल यौगिक होना चाहिए। पुन: यह टॉलन परीक्षण नहीं देता है तथा फेहलिंग विलयन को भी अपचयित नहीं करता है इसलिए यह एक ऐल्डिहाइड नहीं हो सकता। अत: इसे `CH(3)COCH_(3)` (ऐसीटोन) सूत्र वाला कीटोन होना चाहिए।
(ii) चूँकि यौगिक (E) कार्बोक्सिलिक अम्ल (B) को `Ca(OH)_(2)` के साथ गर्म करने पर प्राप्त होता है अत: अम्ल (B) ऐसीटिक अम्ल, `CH_(3)COOH` होना चाहिए।
(iii) चूंकि अम्ल (B) (D) के ऑक्सीकरण पर प्राप्त होता है अत: यौगिक (D) ऐथेनॉल, `CH_(3)CH_(2)OH` होना चाहिए।
(iv) (B) एक अम्ल है तथा (D) एक ऐल्कोहॉल है तथा दोनों (C) के जल-अपघटन पर प्राप्त होते हैं अत: यौगिक (C) `CH_(3)COOC_(2)H_(5)` (ऐथिल ऐसीटेट) सूत्र वाला एक ऐस्टर होना चाहिए।
(v) चूँकि यौगिक (A) ऐथिल ऐल्कोहॉल के साथ क्रिया करके B `(CH_(3)COOH)` तथा C `(CH_(3)COOC_(2)H_(5))` देता है अत: यौगिक (A) `(CH_(3)CO)_(2)O` (ऐसीटिक ऐनहाइड्राइड) सूत्र वाला एक ऐनहाइड्राइड होना चाहिए।
उपरोक्त अभिक्रियाओं को निम्न प्रकार लिखा