(i) हीलियम अपने कम आण्विक द्रव्यमान एवं अणुओं के बीच न्यूनतम वाण्डर वॉल्स आकर्षण बल के कारण चारकोल की सतह पर सबसे कम मात्रा में अधिशोषित होगी।
(ii) जीनॉन अपने उच्च आण्विक द्रव्यमान एवं अधिकतम वाण्डरवॉल्स आकर्षण बल के कारण चारकोल की सतह पर सबसे ज्यादा अधिशोषित होगी।