Use app×
Join Bloom Tuition
One on One Online Tuition
JEE MAIN 2025 Foundation Course
NEET 2025 Foundation Course
CLASS 12 FOUNDATION COURSE
CLASS 10 FOUNDATION COURSE
CLASS 9 FOUNDATION COURSE
CLASS 8 FOUNDATION COURSE
0 votes
149 views
in Chemistry by (90.7k points)
closed by
प्रथम श्रेणी के संक्रमण तत्वों के अभिलक्षणों की द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के वर्गों के संगत तत्वों से क्षैतिज वर्गों में तुलना कीजिये| निम्नलिखित बिंदुओं पर विशेष महत्व दीजिये-
(i) इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
(ii) ऑक्सीकरण अवस्थाएँ
(iii) आयतन एनथैलपी
(iv) परमाण्वीय आकार

1 Answer

0 votes
by (91.3k points)
selected by
 
Best answer
(i) इलेक्ट्रॉनिक विन्यास - प्रथम संक्रमण श्रेणी में इलेक्ट्रान 3d कक्षकों में भरे जाते हैं जबकि द्वितीय तथा तुलिय संक्रमण श्रेणी में इलेक्ट्रान क्रमश: 4d तथा 5d कक्षकों में भरे जाते हैं तथा सामान्यत: किसी वर्ग के सभी तत्वों का विन्यास समान होता हैं लेकिन इसके उपवाद भी होते हैं, जो की संक्रमण तत्वों में भी हैं|
(ii) ऑक्सीकरण अवस्थाएँ- संक्रमण तत्वों के किसी वर्ग के सभी तत्वों द्वारा सामान्यतः समान ऑक्सीकरण अवस्थाएँ दर्शाई जाती हैं| ये श्रेणी के मध्य में अधिकतम तथा अंत में न्यूनतम होती हैं|
(iii) आयनन एनथैलपी - प्रथम संक्रमण श्रेणी के तत्वों की तुलना में द्वितीय संक्रमण श्रेणी के तत्वों की आयनन एनथैलपी का मान कम होता हैं लेकिन तृतीय संक्रमण श्रेणी के तत्वों की आयनन एनथैलपी का मान द्वितीय संक्रमण श्रेणी के तत्वों से अधिक होता हैं|
(iv) परमानीय आकार- द्वितीय तथा तृतीय संक्रमण श्रेणी के तत्वों के परमाणु आकार प्रथम संक्रमण श्रेणी के तत्वों से अधिक होते हैं| लेकिन लैंथेनाइड संकुचन के कारण द्वितीय तथा तृतीय संक्रमण श्रेणी के तत्वों के आकार लगभग समान होते हैं|

Related questions

Welcome to Sarthaks eConnect: A unique platform where students can interact with teachers/experts/students to get solutions to their queries. Students (upto class 10+2) preparing for All Government Exams, CBSE Board Exam, ICSE Board Exam, State Board Exam, JEE (Mains+Advance) and NEET can ask questions from any subject and get quick answers by subject teachers/ experts/mentors/students.

Categories

...