(i) मेथिलऐमीन `CH_(3)-NH_(2)(1^(@))`हिन्सबर्ग अभिकर्मक `(C_(6)H_(5)SO_(2)Cl)` से क्रिया करता है तथा बना उत्पाद क्षार में विलेय होता है जबकि डाईमेथिलऐमीन `CH_(3)-NH-CH_(3)(2^(@))`की हिन्सबर्ग अभिकर्मक ( बेन्जीन सल्फोनिल क्लोराइड ) से क्रिया द्वारा बना उत्पाद क्षार में विलेय होता है ।
(ii) द्वितीयक ऐमीन `(R_(2)NH)` हिन्सबर्ग अभिकर्मक से क्रिया करते हैं तथा बना उत्पाद क्षार में अविलेय होता है जबकि तृतीयक ऐमीन हिन्सबर्ग अभिकर्मक से क्रिया नहीं करते है ।
(iii) एथिलऐमीन बेन्जीन डाईऐजोनियम क्लोराइड से क्रिया करके ऐजो रंजक ( Azo dye) नहीं बनाता जबकि ऐनिलीन , बेन्जीन डाईऐजोनियम क्लोराइड से क्रिया करके ऐजोरंजक ( पीला ) बनाती है ।
(iv) ऐनिलीन , बेन्जीन डाईऐजोनियम क्लोराइड `(C_(6)H_(5)^(+)Nbar(C)l)` से क्रिया करके ऐजोरंजक बनाती है लेकिन बेन्जिलऐमीन ऐसा नहीं करती ।
(v) ऐनिलीन `(1^(@)), CHCl_(3)` तथा क्षार के साथ कार्बिल ऐमीन परीक्षण देता है जबकि N-मेथिल ऐनिलीन `(2^(@))`कार्बिल ऐमीन परीक्षण नहीं देता ।