ऐरोमैटिक प्राथमिक ऐमीन को ग्रैबियल थैलिमाइड संश्लेषण से नहीं बना सकते क्योंकि एरिल हैलाइड में अनुनाद (+M प्रभाव ) के कारण कार्बन हैलोजन आबन्ध में द्विआबन्ध के गुण आ जाते हैं अतः वह प्रबल हो जाता है । इस कारण ऐरिल हैलाइड थैलिमाइड से प्राप्त ऋणायन के साथ नाभिकस्नेही प्रतिस्थापन अभिक्रिया नहीं कर पाते है ।