यधपि विद्युत धारा में परिमाण एवं दिशा दोनों होती है लेकिन इसे एक अदिश राशि कहते है क्योकि यह सदिश के बीजीय योग के नियम का पालन नहीं करती है । धारा ` dI = vec(J) . vec (ds)` चूँकि दो सदिश का बिंदु गुणनफल सदैव एक अदिश राशि होती है अतः विद्युत धारा एक राशि होगी ।