Correct Answer - Option 2 : मातृभाषा
बच्चा जब दुनिया में आता है तो सबसे पहले माँ के सम्पर्क में आता है। इस तरह बच्चा जिस भी भाषा को सुनना व प्रयोग करना सीखता है वह अपनी माँ से सीखता है।
- बच्चा अपने घर परिवार में ही सबसे पहले जो भाषा सीखता है वो मातृभाषा होती है।
- इसी मातृभाषा के सहारे वह अपने भावों को अभिव्यक्त करना सीखता है।
- बच्चे का अपने घर के सदस्यों को हाव भाव अभिव्यक्त करते देखने से उसकी अधिगम प्रक्रिया में भाषा को सीखना शामिल हो जाता है।
- अपने घर आस पड़ोस व समुदाय में विचारों की अभिव्यक्ति को बच्चा सीखता है जो कि उसकी मातृभाषा के माध्यम से होता है। लेकिन
- भाषा वैज्ञानिक इसे बोली कहते है, मां और घर के आस पास के संपर्क से सीखी गई भाषा घर की बोली कही जाती है।
- यह समाज की भाषा नहीं होती है। उदाहरण के लिए
- हिंदी की अनेक बोलियां है जैसे हरियाणवी, राजस्थानी, बुन्देली, खड़ी बोली, छत्तीसगढ़ी आदि परन्तु इनमें खड़ी बोली को ही भाषा माना जाता है और यही हिंदी प्रदेश के लोगों की मातृभाषा मानी जाती है।
- बच्चा स्कूल आकर भाषा का शुद्ध रूप सीखता है।
- इस तरह मातृभाषा मां और घर के माहौल से सीखी गई भाषा का परिमार्जित रूप है जो कि समाजी मान्यता प्राप्त या स्वीकृत होती है।
अतः हम कह सकते हैं कि बच्चा अपने जन्म के बाद परिवार में जिस भाषा को सीखता है उसे मातृभाषा कहते हैं।