Correct Answer - Option 3 : वाचन अभ्यास।
वाचन अभ्यास- वाचन अभ्यास का अर्थ पठन अभ्यास से होता है। वाचन अभ्यास का उद्देश्य बालको में पठन के जरिए विभिन्न संदर्भों में प्रयुक्त भाषा से परिचय कराना तथा बच्चों को जीवन की विभिन्न परिस्थितियों में सामंजस्य की समझ पैदा करना होता है। पूरक पाठ्य-पुस्तक जैसे- आयु अनुरुप साहित्य, यात्रा वृतांत, एकांकी नाटक, कविता, नाटक और उपन्यास, आदि वाचन अभ्यास के लिए उपयुक्त संसाधन हैं।
पूरक पाठ्य-पुस्तक का उद्देश्य है-
- हिंदी भाषा के विविध स्वरूपों की जानकारी देना
- बच्चों में मौलिकता, सृजनात्मकता और चिंतनशीलता को विस्तार देता है।
- बच्चों की महत्वपूर्ण सोच कौशल और विभिन्न मामलों में अंतर्दृष्टि को बढ़ाता है।
- बच्चों को उनके विचारों के साथ चित्रों और लिखित शब्दों को जोड़ने में सक्षम बनाता है।
- बच्चों को व्यक्तिगत दृष्टिकोण, अनुभव और गहन विचार को अभिव्यक्त करने योग्य बनाता है।
अतः निष्कर्ष निकलता है कि पूरक पाठ्य-पुस्तक का उद्देश्य वाचन अभ्यास कराना होता है।