Correct Answer - Option 2 : विभिन्न प्रकार की साहित्यिक विधाओं की भाषायी संरचनाओं से परिचित होने का अवसर देना।
उच्च प्राथमिक स्तर पर भाषा शिक्षण का एक उद्देश्य बच्चों में लिखित सामग्री के प्रति अपनी समझ बना पाने की योग्यता का विकास करना है क्योंकि यह बच्चों में उच्च स्तर के भाषाई कौशल को विस्तार देगा तथा उन्हें उनके अनुभवों के आधार पर विभिन्न संदर्भों में लिखित भाषा प्रयोग में सफल बनाएगा।
- विभिन्न संदर्भों में भाषा प्रयोग से परिचय कराने के उद्देश्य से ही पाठ्यपुस्तक में विविध प्रकार की साहित्यिक रचनाओं का समावेश किया जाता है।
उच्च प्राथमिक स्तर पर भाषा शिक्षण का अन्य उद्देश्य:
- साहित्यिक की विभिन्न विधाओं से परिचय करना।
- हिंदी भाषा के विविध स्वरूपों की जानकारी प्राप्त करना।
- भाषा के विभिन्न स्वरूपों को आलोचनात्मक दृष्टि से परखना।
- विभिन्न साहित्यिक विधाओं की समझ का विकास करना।
- भाषा की बारीकी और सौंदर्यबोध को सही रूप में समझना।
- निजी अनुभवों के आधार पर भाषा का सृजनशील इस्तेमाल करना।
- भाषा की नियमबध्द प्रकृति को पहचानना और उसका विश्लेषण करना।
अतः निष्कर्ष निकलता है कि उच्च प्राथमिक स्तर पर भाषा की पाठ्य-पुस्तक में विविध प्रकार की साहित्यिक रचनाओं के समावेश का मुख्य उद्देश्य है- विभिन्न प्रकार की साहित्यिक विधाओं की भाषायी संरचनाओं से परिचित होने का अवसर देना।