Correct Answer - Option 1 : माता - पिता
मानव विकास की प्रक्रिया गर्भ काल से ही शुरू हो जाती है। मनोवैज्ञानिकों के अनुसार बालक का विकास माता के गर्भ में जब वह दो माह का होता है तभी शुरू हो जाता है। भारतीय संस्कृति में मां को बच्चे का पहला गुरु बताया गया है। इसके बाद बालक के पिता, परिवार, परिवेश, स्कूल तथा समाज का स्थान आता है।
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वातावरण -बच्चे के विकास में वातावरण का मुख्य योगदान होता है जिस वातावरण में बच्चा बड़ा होगा जीवन में आगे चलकर वह काफी हद तक वैसा ही बनेगा।
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स्कूल – बच्चे की औपचारिक शिक्षा स्कूल में आकर ही आरंभ होती है। यही से बच्चे को पता चलता है कि उसे जीवन में क्या बनना है।
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समाज – समाज मानव व्यवहार का आईना होता है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है तथा मानव विकास में एक का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
अतः हम कह सकते हैं कि बालक का प्राथमिक विकास उसके माता-पिता पर निर्भर करता है।