भूमिका :
आज का युग विज्ञान का युग है। वैज्ञानिक उपलब्धियों ने मानव जीवन को एक नयी दिशा प्रदान की है। इंटरनेट संचार का सबसे सरल, तेज़ और सस्ता माध्यम है। कम्प्यूटर के आविष्कार के कारण ही इंटरनेट अस्तित्व में आया। इसका प्रयोग साफ्टवेर माध्यम से किया जाता है। इसका जन्म दाता अमेरिका माना जाता है। इंटरनेट टेलीफोन की लाइनों, उपग्रहों और प्रकाशकीय केबुल द्वारा कम्प्यूटर से जुडा होता है। इसके द्वारा विश्व का समस्त जानकारी एक जगह से दूसरी पढी जा सकती है। इसकी विशेषताओं के कारण ही इसका प्रयोग दिन प्रतिदिन बढ रहा है।
विशेषता :
इंटरनेट तो ज्ञान का अतुलनीय भंडार है। इंटरनेट में संदेश ई – मेल के माध्यम से भेजा जाता है। इसमें विभिन्न लिखित पत्र, चित्र आदि होते हैं। सूचनाएँ एकत्र करने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। आज हम “इंटरनेट के माध्यम से हज़ारों वेब साईट देख सकते हैं।
लाभ :
इंटरनेट पर बहुत संभावनाएँ उपलब्ध हैं। खासकर छात्रों के लिए यह बहुत आवश्यक है। किसी भी क्षेत्र से जुडी आवश्यक जानकारी यहाँ से प्राप्त होती है। विभिन्न देशों में फैले अपने कार्यालयों का संज्ञालन एक ही जगह पर इंटरनेट के माध्यम से किया जा सकता है। इंटरनेट असीम सूचनाओं का भंडार, सस्ता, शीघ्रता से पहुँचनेवाला है और मनोरंजन से भरपूर है। नौकरियों की भी बहुत अच्छी संभावनाएँ इसमें मौजूद हैं।
हानि :
कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा इंटरनेट का दुरूपयोग किया जा रहा है। कुछ लोग वायरस के द्वारा महत्वपूर्ण वेबसाइटों को नुकसान पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं। कम्प्यूटर को हैक करके महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त करते हैं। कई हेकरों द्वारा बैंकों में सेंघ लगाई जाती है। यह देश की अर्थ व्यवस्था और उसकी सुरक्षा के लिए घातक सिद्ध हो सकती है। इस तरह के अपराधिक मामलों को निबटाने विभिन्न देश कार्यरत हैं।
उपसंहार :
कुछ साइबर क्रमों के होने पर भी इंटरनेट का महत्व घटता नहीं जा सकता है। आज के युग की । सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है यह भारत में इसका प्रचार – प्रसार तीव्र गति से बढ रहा है।