सीखने की ‘प्रयत्न एवं भूल’ विधि की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं
⦁ इस विधि के अन्तर्गत किसी नयी परिस्थिति (समय) का जन्म होता है।
⦁ इसे नयी परिस्थिति के साथ सामंजस्य स्थापित करने के लिए एक स्वाभाविकप्रक्रिया विकसित होती है।
⦁ प्रयासों के परिणामस्वरूप अनायास ही सफलता मिलती है।
⦁ शनैः शनैः होने वाली भूलों की संख्या घटती जाती है।
⦁ सफल प्रतिक्रिया को बार-बार दोहराने से उसका स्थायीकरण हो जाता है और इस प्रकार प्राणी नये विषय सीखता है।