बैंक के कार्य-पारिवारिक बचत का सर्वोत्तम तथा सर्वाधिक लोकप्रिय माध्यम बैंक है। वैको में धन जमा करने के साथ-साथ हम अपने आभूषण भी कुछ भुगतान करके जमा कर सकते हैं। बैंक हमारे धन को सुरक्षित रखते हैं और उस पर ब्याज भी देते हैं। हमारे व्यवसाय को उन्नत करने के लिए निश्चित दरों पर ऋण उपलब्ध कराते हैं। बेरोजगार युवाओं एवं युवतियों को अपना व्यापार, शिक्षा आदि के लिए भी धन उपलब्ध कराते हैं। बैंक हमारे लिए बहुत उपयोगी हैं।
पास-बुक-बैंक प्रत्येक जमाकर्ता को खाता खोलने पर एक लेखा-पुस्तिका अर्थात् पास-बुक देता है। पास-बुक में खाताधारी का नाम, पता, खाता संख्या तथा जमा धनराशि अंकित होती है। खाते में धन जमा करते अथवा निकालते समय जमाकर्ता अपनी पास-बुक सम्बन्धित लेखा कर्मचारी को देता है जो जमा की गई अथवा निकाली गई धनराशि को पास-बुक में अंकित कर जमाकर्ता को लौटा देता हैं। अब यह कार्य कम्प्यूटर या मशीन से होने लगा है।
चेक-बुक-खाताधारक द्वारा माँगने पर बैंक उसे चेक-बुक की सुविधा प्रदान करता है। इसके लिए खाताधारक को अपने खाते में सदैव एक निश्चित धनराशि शेष रखनी पड़ती है। चेक-बुक में चेकों की संख्या 10, 25 अथवा 50 तक होती है। चेक-बुक लेते समय इसके कुल चेकों को भली प्रकार गिन लेना चाहिए। चेक-बुक को सदैव सुरक्षित स्थान पर अपनी निगरानी में रखना चाहिए। चेक द्वारा धन निकालते समय चेक पर निकाली जाने वाली धनराशि, दिनांक व प्राप्तकर्ता का नाम भरकर खाताधारक को नियत स्थान पर अपने हस्ताक्षर करने होते हैं। अब इसे भरे हुए चेक को प्रस्तुत करने । पर बैंक अधिकारी हस्ताक्षर का मिलान करता है। हस्ताक्षर मिलने पर चेक प्रस्तुत करने वाले को चेक पर लिखी गई धनराशि का भुगतान हो जाता है।