घर की सफाई का अर्थ परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य के लिए तथा घर की शोभा, व्यवस्था एवं साज-सज्जा के लि। घर की सफाई अति आवश्यक है। प्रत्येक व्यक्ति चाहता है कि उसका घर अधिक-से-अधिक साफ-सुथरा रहे। घर की सफाई के महत्त्व को स्वीकार करने के उपरान्त प्रश्न उठता है कि घर की सफाई का अर्थ क्या है? घर की सफाई से आशय है घर में गन्दगी का न होना। अब प्रश्न उठता है कि गन्दगी का क्या अर्थ है? सैद्धान्तिक रूप से जिस वस्तु को जहाँ नहीं होना चाहिए, उसका वहाँ पाया जानी ही गन्दगी है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि प्रत्येक वस्तु का यथा-स्थान पाया जाना सफाई है। इस सैद्धान्तिक तथ्य को घर की सफाई के सन्दर्भ में व्यावहारिक रूप से भी प्रस्तुत किया जा सकता है।
घर के कूड़े का कूड़ेदान में होना घर की सफाई का प्रतीक है तथा कूड़े का जहाँ-तहाँ फैला होना घर की गन्दगी का प्रमाण है। बर्तन माँजने के उपरान्त गन्दा पानी नाली से होकर बह जाना घर की सफाई का प्रतीक है। इसके विपरीत, यदि यह पानी रसोईघर में तथा आँगन में ही फैला रहे तो इसे घर की गन्दगी ही माना जाएगा। मकान के बाहर गली में अथवा लॉन में यदि धूल-मिट्टी है, तो उसे गन्दगी नहीं माना जाएगा, परन्तु यदि घर के अन्दर सोफे पर यो खाने की टेबल पर धूल हो, तो उसे गन्दगी या सफाई का अभाव माना जाएगा।
नाश्ते के समय अण्डे के छिलके यदि एक प्लेट में रखे जाएँ तो उसे सफाई का प्रतीक माना जाएगा। इसके विपरीत, यदि यही छिलके कालीन पर बिखरे हों, तो ये घर की गन्दगी के प्रमाण स्वरूप माने जाएँगे। इसी प्रकार घर के अन्य भागों में भी उन वस्तुओं का पाया जाना गन्दगी का प्रतीक माना जाएगा जो वहाँ पर नहीं होनी चाहिए, इसके विपरीत प्रत्येक स्थान पर गन्दगी का अभाव सफाई का प्रतीक माना जाएगा।
घर की सफाई का महत्त्व एवं आवश्यकता
घर की सफाई के महत्त्व एवं आवश्यकता सम्बन्धी मुख्य बिन्दु निम्नवर्णित हैं|
(1) घर की सुन्दरता में सहायक-घर की सफाई का सर्वाधिक महत्त्व यह है कि इससे घर की सुन्दरता में वृद्धि होती है। घर की सफाई के अभाव में कीमती एवं अच्छी-अच्छी वस्तुएँ तथा फर्नीचर भी घर को सुन्दर बनाने में असफल रहते हैं।
(2) कीटाणुओं को पनपने से रोकने में सहायक यह एक ज्ञात तथ्य है कि अधिकांश रोगों के कीटाणु गन्दगी, सीलन तथा धूल-मिट्टी में ही पनपते हैं। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कहा जा घर की सफाई 39 सकता है कि यदि घर में सफाई हो तो रोगों के कीटाणु नहीं पनपने पाते। इस दृष्टिकोण से भी घर की सफाई आवश्यक एवं महत्त्वपूर्ण है।
(3) स्वास्थ्य एवं चुस्ती में सहायक-सफाईयुक्त घर-परिवार के सदस्यों के सामान्य स्वास्थ्य में वृद्धि करता है तथा परिवार के सभी सदस्यों में चुस्ती एवं फुर्ती बनी रहती है। साफ घर में परिवार के सदस्य प्रसन्न तथा उत्साहित रहते हैं तथा वे अधिक कार्य करने के लिए प्रेरित होते हैं। इसके विपरीत गन्दे घर में निराशा, उदासी तथा आलस्य जैसे विकार उत्पन्न होने लगते हैं। इसके अतिरिक्त यह भी एक सत्यापित तथ्य है कि सभी संक्रामक रोगों के कीटाणु गन्दगी में अधिक पनपते हैं। इस दृष्टिकोण से भी घर की सफाई का विशेष महत्त्व है। साफ-सुथरे घर में रोगों के कीटाणुओ के पनपने की आशंका कम होती है। इस प्रकार स्पष्ट है कि घर की सफाई परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य में धी सहायक होती है।
(4) घर को आकर्षक बनाने में सहायक–घर की नियमित सफाई से घर आकर्षक बनता है। साफ एवं गन्दगी रहित घर आकर्षण का केन्द्र बन जाता है।
(5) घर की सफाई गृह-व्यवस्था में सहायक–साफ घर में प्रत्येक वस्तु अपने निर्धारित स्थान पर रहती है तथा घर की वस्तुएँ जहाँ-तहाँ बिखरी नहीं रहतीं। इस स्थिति में घर भी सुव्यवस्थित रहता है। सुव्यवस्थित एवं स्वच्छ घर में कार्य करना भी सुविधाजनक होता है। सफाई के अभाव में गृह-कार्यों को अच्छे ढंग से करना प्रायः कठिन ही होता है।
(6) जीवन-स्तर को उच्च बनाने में सहायक-उच्च जीवन-स्तर के लिए घर का साफ-सुथरा होना अति आवश्यक माना जाता है। गन्दगी युक्त घर वाले परिवार के जीवन-स्तर को किसी भी स्थिति में उच्च नहीं माना जा सकता। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कहा जा सकता है कि ‘घर की सफाई परिवार के जीवन-स्तर को उच्च बनाने में सहायक होती है।
(7) आगन्तुकों द्वारा प्रशंसा–घर की सफाई प्रत्येक आगन्तुक को स्पष्ट दिखाई दे जाती है। घर को साफ रखना गृहिणी का एक आवश्यक गुण माना जाता है; अत: यदि घर अच्छे ढंग से साफ रहता है तो घर पर आने वाले व्यक्ति (आगन्तुक) गृहिणी की प्रशंसा ही करते हैं।
(8) व्यावसायिक सफलता में सहायक--साफ-सुथरे घर में परिवार के सभी सदस्य शारीरिक तथा मानसिक रूप से स्वस्थ रहते हैं। स्वस्थ व्यक्ति अपने सभी कार्य अधिक श्रम एवं अधिक कुशलतापवूक कर सकता है। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कहा जा सकता है कि साफ घर परिवार के कार्यरत सदस्यों की व्यावसायिक सफलता में भी सहायक होता है।