उत्पादन के साधन के रूप में पूजी की चार विशेषताएँ निम्नलिखित
⦁ पूँजी उत्पत्ति का निष्क्रिय साधन होती है। सम्पत्ति का वह भाग, जो उत्पादन के कार्य में सहयोग देता है, पूँजी कहलाता है।
⦁ पूँजी मानव-निर्मित साधन है। यह मानव द्वारा संचित किए गए श्रम का परिणाम होती है।
⦁ पूँजी का प्रयोग करके अधिक मात्रा में उत्पादन किया जा सकता है। अत: पूँजी में उत्पादकता होती है।
⦁ पूँजी को शीघ्र नष्ट नहीं किया जा सकता है। यह नाशवान प्रकृति की होती है।