अन्तरराष्ट्रीय बालवर्ष के संदर्भ में मिस के विचार थे कि दुनिया में सभी लोग समान हैं। सभी छोटे बच्चों को प्यार पाने और देखभाल किए जाने का अधिकार है। तुलतुल पर मिस के विचारों का बहुत गहरा प्रभाव पड़ा। वह घर में काम करने वाली स्त्री की बच्ची टुनी की देखभाल और शिक्षा के विषय में सोचने लगी।