1) पुरुषों को जो शिक्षा दी जाती है उससे भिन्न प्रकार की शिक्षा स्त्रियों को दी जानी चाहिए। कताई, बुनाई, सिलाई, कटाई आदि की शिक्षा के साथ ही साथ स्त्रियों को कुटीर उद्योग की भी शिक्षा देनी चाहिए।
2) स्त्रियों को उचित शिक्षा देने से हमारा घर स्वर्ग बन सकता है।
3) शिक्षा का सही अर्थ है सुंदरता से जीवनयापन करने की कला। केवल किताबी ज्ञान या अक्षरज्ञान ही शिक्षा नहीं है।
4) कताई, बुनाई, सिलाई आदि काम सीखकर तथा कुटीर उद्योगों में निपुणता पाकर इनके सहारे बुरे समय में भी स्त्रियाँ स्वावलम्बी रह सकती हैं।
5) उचित शीर्षक: स्त्री-शिक्षा का महत्त्व अथवा शिक्षा और स्त्रियां