कवि कश्मीर की प्रशंसा करते हुए कहते हैं कि यह भारतवर्ष की बर्फीली पगड़ी की तरह है। यहाँ की सुंदर घाटियों, अमरनाथ की राहों, शेषनाग के क्षेत्र देवदारु के हरे-भरे वृक्षों से आच्छादित हैं। इस क्षेत्र में सर्वत्र तिरंगा झंडा फहरा रहा है। आज कश्मीर में अशांति व्याप्त है। हमें उसकी जी-जान से रक्षा करनी है। दुश्मन का डटकर मुकाबला करना है। हमें इस बात का ध्यान रखना है कि कश्मीर पर किसी तरह कि आँच न आने पाए।