कच्चे माल-सामान द्वारा मानव उपयोगी वस्तुएँ बनाने की क्रिया को उत्पादन कहते हैं ।
उत्पादन के साधन निम्नानुसार है :
- जमीन : सामान्य अर्थ में जमीन को हम पृथ्वी की ऊपरी परत के रूप में पहचानते है । अर्थशास्त्र में जमीन अर्थात् सभी प्रकार की प्राकृतिक संपत्ति जिसमें वन, नदियाँ, पर्वत, खनिज, धातुएँ आदि का समावेश होता है । इस प्रकार जमीन उत्पादन का प्राकृतिक संसाधन है ।
- पूँजी : उत्पादन की प्रक्रिया में उपयोग में ली जानेवाली मानवसर्जित साधन, यंत्र, औजार, मकान आदि का समावेश होता है ।
- श्रम : भौतिक बदले की अपेक्षा से किया जानेवाला कोई भी शारीरिक या मानसिक कार्य श्रम कहलाता है। श्रम उत्पादन का सजीव साधन है । कृषि मजदूर, मजदूर, शिक्षक, डॉक्टर, कारीगर आदि का कार्य श्रम है ।
- नियोजक : उत्पादन प्रक्रिया में भूमि, पूँजी और श्रम को कुशलतापूर्वक संयोजन करनेवाले व्यक्ति को नियोजक कहते हैं । इन तीनों साधनों को योजनापूर्वक उत्पादन में जोड़ने के कार्य को नियोजन कहते हैं ।