ग्राहकों के हितों की देखभाल और रक्षण के लिये भारत में बहुत से ग्राहक संगठन और बिन सरकारी संस्थायें (Non Government Organisation : NGOs) कार्यरत हैं । ऐसी संस्थाओं का उद्देश्य बिना लाभ कमाना होता है तथा ऐसी संस्थायें सार्वजनिक सुख के लिये काम करती है । वह इनमें सरकारी दखलबाजी नहीं होती है । ग्राहकों के हितो की देखभाल-सुरक्षा व रक्षण का कार्य करती है ।
इन संगठनों अथवा संस्थाओं के कार्य निम्न होते है ।
- सेमिनार, वार्तालाप और प्रशिक्षण शिविरों द्वारा आम जनता को ग्राहक अधिकारों हेतु शिक्षित किया जाता है ।
- ग्राहकों की कठिनाईयों, कानूनी जानकारी, मिलने योग्य छूट तथा अन्य ग्राहकों के हित सम्बन्धी सूचना की जानकारी के लिये सामयिक, पत्रिकाएँ, पुस्तकें आदि का प्रकाशन किया जाता है ।
- बाजार में उपलब्ध और एक दूसरे के साथ में स्पर्धा करने वाली ब्रान्ड से सम्बन्धित गुणों की तुलना अधिकृत प्रयोगशाला में परीक्षण और उनके परिणाम की जानकारी ग्राहकों को दी जाती है ।
- ग्राहकों को कानूनी कार्यवाही करने हेतु सहायता प्रदान करना, कानूनी जानकारी देना आदि ।
- विक्रयकर्ताओं की अनैतिक शोषणयुक्त और अनुचित विक्रय नीति के सामने ग्राहकों को सख्त विरोध करने के लिये जरूरी सहायता प्रदान की जाती है ।
- सामान्य ग्राहकों के हितों का रक्षण करने के लिये ग्राहक अदालत में शिकायत दर्ज की जाती है ।
- स्कूल-कॉलेज में ग्राहक शिक्षण के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है । विद्यार्थियों को ग्राहक सुरक्षा की शिक्षा प्रदान की जाती है ।
- ग्राहक शिक्षण हेतु फिल्में या जानकारी अथवा कैसेट निकालना ।
- ग्राहक संतोष और उससे सम्बन्धित आँकड़ों का एकत्रीकरण व उनको प्रकाशित करना ।
- यदि ग्राहक अपनी शिकायत अदालत में करना चाहता हो तो उन्हें आवश्यक सभी प्रकार से सहायता की जाती है ।
- आहार में मिलावट सम्बन्धी जागृति लाना ।
- सरकारी संस्थाओं को ग्राहक जागृति के सम्बन्ध में सहयोग देना ।