गौण सूचना का उपयोग करने से पूर्व सावधानीपूर्वक जाँच करना चाहिए क्योंकि ऐसी सूचना दोषयुक्त, उद्देश्य के अनुरूप न हो ऐसी गौण सूचना पृथक्करण या विश्लेषण के लिए उपयोगी नहीं है, इसलिए ऐसी सूचना का उपयोग करते समय निम्न सावधानियों को ध्यान में रखना चाहिए ।
- सूचना किसने प्राप्त की है यह जानना चाहिए । निजी संस्था द्वारा प्राप्त सूचना कम विश्वसनीय होती है । यदि सूचना सरकारी, अर्धसरकारी या स्वायत्त संस्था से प्राप्त किए गए हो तो उसकी विश्वसनीयता अधिक होती है ।
- गौण सूचना प्राप्ति का उद्देश्य की जांच कर लेना चाहिए । यदि अपने उद्देश्य के साथ सुसंगत हो तो ही, उन सूचना का उपयोग करना चाहिए । यदि उद्देश्य में अंतर हो तो ऐसी सूचना का उपयोग नहीं करना चाहिए ।
- सूचना कौन-सी पद्धति से प्राप्त की है उसकी जाँच कर लेना चाहिए ।
- यदि सूचना अनुमानित हो तो उनका उपयोग नहीं करना चाहिए ।
- जिस सूचनाओं का उपयोग करना हो वे प्राथमिक स्वरूप में किस समय प्राप्त की है यह जानना चाहिए । अधिक भूतकालीन प्राप्त सूचना का उपयोग करना लाभदायी नहीं होता है ।
- गौण सूचना का उपयोग करने से पहले यह जानना आवश्यक है कि प्राथमिक आंकडों का कार्यक्षेत्र क्या है. वे किस क्षेत्र के लिए एकत्र किए है और उसमें उपयोग में लिए गए पद, वर्तमान अनुसंधान के अनुकूल है या नहीं वह जानना आवश्यक है ।
- जिस सूचना को हम उपयोग करना चाहते है ऐसी सूचना अन्य किसी व्यक्ति या संस्था ने एकत्रित की हो तो उसका भी तुलानात्मक अभ्यास कर लेना चाहिए, और जिसमें से अधिक योग्य सूचनाओं का उपयोग करना चाहिए ।