हिमालय को पर्वतों का राजा कहा जाता है। पर्वतराज हिमालय भारत वर्ष की आन-बान एवं शान है। यह भारतवर्ष की प्रहरी के समान रक्षा एवं सुरक्षा करता है। यदि हिमालय न होता तो हमारे देश की उत्तर दिशा की शोभा कम हो जाती। उत्तर दिशा से आने वाले ठंडी हवाएँ रुक नहीं पातीं। देश की गंगा, यमुना, आदि महत्त्वपूर्ण नदियां शुष्क हो जातीं। अनेक अमूल्य उपहार, औषधियां, लकड़ियां, धातुएं एवं खनिज प्राप्त नहीं होती। वातावरण असंतुलित हो जाता।