संज्ञा के तीन भेद हैं-
(i) व्यक्तिवाचक संज्ञा-जिस संज्ञा शब्द से किसी एक व्यक्ति, पदार्थ अथवा स्थान का बोध हो, उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं; जैसे-सुजान सिंह (व्यक्ति), अमृतसर (स्थान)।
(ii) जातिवाचक संज्ञा-जिस संज्ञा शब्द से किसी जाति के संपूर्ण पदार्थों, स्थानों अथवा व्यक्तियों का बोध हो उसे जाति वाचक संज्ञा कहते हैं; जैसे-पुस्तक, मनुष्य, नदी, फल।
(iii) भाववाचक संज्ञा-जिस संज्ञा शब्द से किसी भाव, गुण, दोष, स्वभाव आदि का बोध हो, उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं; जैसे-बुढापा, मानवता।