सार्जेंट ने 1943 ई० में शिक्षा के विकास के लिए कुछ सिफ़ारिशें की जिन्हें सार्जेंट स्कीम कहा जाता है। ये सिफ़ारिशें निम्नलिखित थीं
- प्राइमरी शिक्षा देने से पहले नर्सरी स्कूलों में शिक्षा दी जाए।
- 6 से 15 वर्ष तक के विद्यार्थियों को निःशुल्क (मुफ्त) शिक्षा दी जाये।
- प्रौढ़ शिक्षा दी जाये।
- कॉलेजों में सीमित विद्यार्थियों को दाखिला दिया जाये।