शॉक थेरेपी के परिणाम-शॉक थेरेपी के निम्नलिखित परिणाम हैं-
(1) शॉक थेरेपी से पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था तहस-नहस हो गयी और जनता को बरबादी की मार झेलनी पड़ी। रूस में पूरा राज्य नियन्त्रित औद्योगिक ढाँचा चरमरा उठा।
(2) इससे मद्रास्फीति बढ़ी। रूसी मुद्रा रूबल के मूल्य में नाटकीय ढंग से गिरावट आयी। मुद्रास्फीति इतनी अधिक बढ़ी कि जमा पूँजी जाती रही।
(3) निजीकरण ने नई विषमताओं को जन्म दिया। पूर्व सोवियत संघ में शामिल रहे गणराज्यों और विशेषकर रूस में अमीर और गरीब के बीच गहरी खाई तैयार हो गयी।
(4) आर्थिक परिवर्तन को बड़ी प्राथमिकता दी गयी और उसे पर्याप्त स्थान भी दिया गया, लेकिन लोकतान्त्रिक संस्थाओं के निर्यात का कार्य ऐसी प्राथमिकताओं के साथ नहीं हो सका।