तंत्रिका तंत्र, बाहर के उद्दीपनों को शरीर की ग्राही कोशिकाओं से प्राप्त करके मस्तिष्क अथवा मेरुरज्जु तक संदेश भेजता है, फिर प्रेरक तंत्रिकाओं द्वारा कार्य कर अंगों को उस पर क्रिया करने के लिए प्रेरक संदेश भेजता जाता है। तंत्रिका तंत्र द्वारा नियंत्रित क्रियाएँ ऐच्छिक अथवा अनैच्छिक दोनों प्रकार की हो सकती हैं। हॉर्मोन तंत्र में अन्त:स्रावी ग्रंथियों द्वारा रासायनिक हॉर्मोन स्रावित होते हैं। यह हार्मोन रक्त द्वारा उस अंग तक पहुँचते हैं, जिस अंग की क्रिया पर उन्हें नियंत्रण करना होता है। उदाहरण के लिए, अग्न्याशय ग्रंथि द्वारा इन्सुलिन हार्मोन स्रावित होता है और यह हार्मोन रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करता है।