मुस्लिम विवाह के मुख्यतः चार प्रकार है, जो निम्न प्रकार से हैं –
- निकाय या वैध विवाह – इस विवाह की प्रकृति स्थायी होती है। यह विवाह पूर्ण रूप से रीति – रिवाजों के अनुसार होता है।
- मुताह विवाह – यह अस्थायी विवाह का एक प्रकार है। यह विवाह केवल शिया मुसलमानों में ही पाया जाता है। यह निश्चित अवधि के लिए होता है।
- फासिद या अनियमित विवाह – इस विवाह में कुछ समस्याएँ पाई जाती हैं। जिन्हें दूर करने पर विवाह पुनः नियमित हो जाता है।
- बातिल विवाह – यह विवाह निषिद्ध कोटि के पुरुष – स्त्री में होता है। ऐसे विवाह कुछ निषेध के कारण मान्य नहीं होते हैं।