वर्तमान राजनीति में दबाव समूह की आवश्यकता को निम्न बिंदुओं के द्वारा स्पष्ट कर सकते हैं –
- भारत में दबाव समूह राष्ट्रीय जागरूकता एवं वर्ग – चेतना को सुनिश्चित का एक ठोस आधार प्रदान करते हैं।
- यह समाज में शिक्षा व कर्मचारियों को जनमत द्वारा लामबंद करते हैं।
- यह अपने अधिकारों की सुरक्षा के लिए सरकार पर दबाव डालते हैं।
- कुछ दबाव समूह भाषा एवं धर्म के प्रचार के लिए कार्य करते हैं।
- दबाव समूह प्रभावशाली नेतृत्त्व का निर्माण करते हैं तथा भविष्य में नेताओं को एक प्रशिक्षण मंच मुहैया कराते हैं।
- ये दबाव समूह आर्थिक एवं वाणिज्य नीतियों पर सरकार के विचार सुनते हैं व उन्हें अपनी सलाह देकर प्रभावित करते हैं।
- ये समाज के लोगों को सामाजिक एवं आर्थिक मुद्दों के प्रति संवेदनशील बनाते हैं।
- ये समूह समाज के अनेक परंपरागत मूल्यों के बीच पाये जाने वाले अंतर को कम करने का प्रयास करते हैं।
- ये लोगों के कल्याण के लिए कार्य करते हैं जिसमें उनका जीवन – स्तर समाज में उच्च हो सके।
- यह समूह राज व्यवस्था को स्थिरता प्रदान करते हैं।
- यह समूह सामाजिक व राजनीतिक प्रणाली में अपनी एक अहम् भूमिका का निर्वाह करते हैं।
- ये समाज में विषमता को कम करते हुए लोगों के मध्य एकात्मकता या एकीकरण की भावना का संचार करते हैं जिसमें लोगों में आपसी दूरी कम हो और वह मिलकर एक साथ कार्य करें।