सामाजिक आंदोलन का महत्व:
1. परिवर्तन का सूचक: सामाजिक आंदोलन समाज में परिवर्तन का एक महत्वपूर्ण सूचक या द्योतक है। इससे समाज में गतिशीलता पायी जाती है तथा समाज को एक नवीन दिशा की प्राप्ति होती है जिसके आधार पर समाज विकास के मार्ग पर अग्रसर होता है।
2. कुरीतियों का अन्त: सामाजिक आंदोलनों के परिणामस्वरूप समाज में व्याप्त अनेक सामाजिक कुरीतियों; जैसे- बाल-विवाह, सती प्रथा व विधवा विवाह पर प्रतिबंध आदि का समाज में अंत हुआ है।