कपड़े की कटिंग और सिलाई से पूर्व कपड़े को तैयार करना आवश्यक होता हैं। अधिकांश सूती वस्त्र धुलाई के बाद सिकुड़ जाते हैं। ऐसे में अगर बिना सिकुड़न निकाले वस्त्र की कटिंग करके सिल दिया जाता है और उसके बाद धोया जाता है तो जिस नाप से वस्त्र सिला है वह नाप कपड़े के सिकुड़ने के कारण कम हो जाती है; जैसे – लम्बाई कम हो जाती है। चौड़ाई में सिकुड़कर वस्त्र शरीर में तंग हो जाता है। इसके लिये वस्त्र को सर्वप्रथम पानी की बाल्टी में इतने पानी में डुबोकर रखें कि वस्त्र डूबा रहे कम-से-कम दो घंटे तक। इसके बाद वस्त्र को पानी से निकाल कर अच्छी तरह निचोड़ लें और सुखा दें। सूखने पर इसके ऊपर हल्की इस्त्री कर देनी चाहिए।