व्यावसायिक उद्यमों के लिए व्यापारिक वातावरण को समझना क्यों महत्त्वपूर्ण है-
व्यावसायिक उद्यम का अपने पर्यावरण के तथ्य एवं शक्तियों के मध्य अस्तित्व है। वहीं यह सुरक्षित रहता है एवं इसका विकास होता है। अलग-अलग इकाइयाँ इन शक्तियों को बदलने अथवा इन पर नियन्त्रण के लिए या तो बहुत थोड़ा कुछ कर सकती हैं अथवा फिर कुछ नहीं कर सकती हैं। व्यावसायिक संस्थाएँ या तो इनके अनुरूप कार्य करें अथवा अपने आपको इनके अनुरूप ढाल लें। व्यवसाय के प्रबन्धक यदि पर्यावरण को भली-भाँति समझते हैं तो यह अपनी इकाइयों से बाहर की शक्तियों की न केवल पहचान एवं उनका मूल्यांकन कर सकेंगे बल्कि उनके प्रतिकार स्वरूप आचरण भी कर सकेंगे। यथार्थ में, पर्यावरण अनेक प्रकार के घटकों से मिलकर बनता है। इसमें होने वाला प्रत्येक परिवर्तन व्यावसायिक उद्यम को प्रभावित करता है। यह एक ऐसा ढाँचा तैयार करता है जिसके अन्तर्गत तथा जिसके नियमों का पालन करते हुए व्यावसायिक उद्यम को कार्य सम्पन्न करना होता है। इसके अभाव में व्यावसायिक उद्यमों की सफलता संदिग्ध ही बनी रहती है। अतः व्यावसायिक उद्यमों को सफलता की ओर अग्रसर होने के लिए अपने पर्यावरण को समझना अत्यन्त अनिवार्य है।