मध्य स्तरीय प्रबन्ध: मध्य स्तरीय प्रबन्ध के अन्तर्गत क्षेत्रीय प्रबन्धक, संयन्त्र प्रबन्धक, शाखा प्रबन्धक, विक्रय प्रबन्धक एवं विभागाध्यक्ष आदि आते हैं। इन्हें उच्च स्तरीय प्रबन्धकों से जो निर्देश प्राप्त होते हैं, उन्हें ये निम्न स्तरीय प्रबन्धक तक पहुँचाते हैं। अतः ये दोनों के मध्य एक कड़ी के रूप में कार्य करते हैं तथा उच्च प्रबन्ध के प्रति जवाबदेह होते हैं।
मध्य स्तरीय प्रबन्ध के कार्य –
- विभागीय योजनाएँ एवं बजट बनाना।
- निम्न स्तरीय प्रबन्धकों को निर्देश देना।
- अपने विभागों से सम्बन्धित संशोधित नीतियों की सिफारिश करना।
- निम्न स्तरीय प्रबन्धकों की नियुक्ति और प्रशिक्षण देना।
- निम्न स्तरीय प्रबन्ध के कार्यों को अवलोकित करना एवं उन्हें प्रोत्साहित करना।
- प्रगति रिपोर्ट एवं अन्य महत्वपूर्ण तथ्यों को उच्च प्रबन्धकों को प्रस्तुत करना।