विक्रय संवर्द्धन योजनाओं (मूल्यों में नकद छूट, विक्रय प्रतियोगितायें, मुफ्त तोहफे एवं मुफ्त नमूनों का वितरण, कूपन) के कारण ग्राहक स्वयं व्यापारी के पास पहुँचकर वस्तु की माँग करता है फलस्वरूप विक्रेता को उपभोक्ता को समझाने, उसकी आपत्तियों का निराकरण करने एवं उन्हें क्रय करने हेतु प्रेरित करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।