धन का विनियोग करते समय निम्नलिखित बिन्दुओं को ध्यान में रखना चाहिए –
(1) मूल धन की सुरक्षा: बचत का मुख्य उद्देश्य भविष्य के लिए धन प्राप्त करना है जिसके लिए मूल धन का सुरक्षित रखना आवश्यक है। धन का विनियोग करते समय इस बात पर विचार करना चाहिए कि सम्पूर्ण धन एक स्थान पर लगा दिया जाये या अलग – अलग स्थानों पर या जिन व्यावसायिक इकाइयों में धन का विनियोग किया जा रहा है। आर्थिक जगत में उन इकाइयों की साख कैसी है ? अगर आर्थिक जगत में उन इकाइयों की साख अच्छी है तो धन का विनियोग करना चाहिए अन्यथा धन के डूब जाने का भय रहता है।
(2) विनियोग से प्राप्त आय का उचित होना: बचत विनियोग करते समय इस पर भी विचार करना चाहिए कि किस प्रकार उचित आय हो सकती है ? ब्याज से, ऋण-पत्रों से, प्रतिभूतियों आदि में जितनी जोखिम होती है उतनी ही अधिक आय प्राप्त होती है। अत: जोखिम व आय का अनुमान लगाकर ही धन का विनियोग करना चाहिए।
(3) बचत विनियोग व्यवस्था में सुविधा: व्यवस्था में सुविधा से अभिप्राय है कि धन का विनियोग ऐसे साधनों में करना चाहिए जिनमें धन और समय अधिक व्यय न करना पड़े; जैसे-बैंक, डाकघर आदि।