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समपार्श्विक प्रतिभूति के रूप में ऋणपत्रों के निर्गमन का अर्थ एवं लेखांकन व्यवहार समझाइये।

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समपाश्विक प्रतिभूति से आशय उस अतिरिक्त प्रतिभूति से है जो ऋणदाता को मुख्य प्रतिभूति के अतिरिक्त दी जाती है। ऋण की अतिरिक्त जमानत के रूप में जब किसी कम्पनी द्वारा बैंक को अपने ऋणपत्र भी निर्गमित किये गये हों तो ऋणपत्र समपार्श्विक प्रतिभूति के रूप में निर्गमन कहलाते हैं।

इनका लेखांकन निम्न दो में से किसी एक तरीके से किया जा सकता है –

  1. इसमें निर्गमन पर कोई प्रविष्टि नहीं की जाती। चिड़े में कम्पनी द्वारा लिये गये ऋण को समता एवं दायित्व भाग में (Non current Liab) शीर्षक के उपशीर्षक (Long Term Borrowings) के अन्तर्गत Bank Loan के नीचे समपार्श्विक प्रतिभूति के रूप में ऋणपत्र निर्गमन को दर्शा देते हैं।
  2. इस विधि में समपार्श्विक प्रतिभूति के रूप में ऋणपत्र निर्गमन पर निम्न लेखा प्रविष्टि की जाती है
    (a) ऋणपत्र निर्गमन पर Debenture Suspense A/c Dr.
    To Debenture A/C
    जब तक ऋण का भुगतान नहीं किया जाता है तब तक चिड़े में Debenture A/c को समता एवं दायित्व वाले भाग में Non Current Liab के उप शीर्षक Long Term Borrowing के अन्तर्गत दिखाया जाता है तथा Debenture Suspense A/c को इन ऋणपत्रों में से घटाकर दर्शाया जाता है।

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