इण्डो – ग्रीक शासक मेनाण्डर के सम्बन्ध में जानकारी का प्रमुख स्रोत पाली भाषा की पुस्तक मिलिन्दपन्ह है।
इस पुस्तक में मेनाण्डर की राजधानी शाकल की निम्नलिखित विशेषताओं का वर्णन किया गया है-
1. शाकल योणकों के देश में व्यापार का एक बहुत बड़ा केन्द्र था।
2. यहाँ पहाड़ियाँ, उपवन, बाग, कुंज, झीलें और कुण्ड, नदियाँ तथा जंगल थे जो शाकल की प्राकृतिक सुन्दरता को बढ़ाते थे
3. यहाँ जल उपलब्धता की अच्छी सुविधा थी।
4. इस शहर की सुरक्षा सुदृढ़ थी, कई बड़े-बड़े बुर्ज और दीवारें, अनुपम दरवाजे और प्रवेशद्वार थे और इसके मध्य में सफेद दीवार का राजदुर्ग या जिसके चारों ओर गहरी खाई थी
5. इसकी गलियाँ वर्गाकार क्षेत्र, चौराहे तथा मण्डियाँ नियमित ढंग से बनी थीं।
6. यहाँ कई तरह के शानदार भवन हैं जो हिमालय की चोटियों की तरह ऊँचे थे।
7. यहाँ की सड़कें हाथियों, घोड़ों, गाड़ियों और पैदल यात्रियों से भरी हैं और हर प्रकार के व्यक्तियों, ब्राह्मणों, सामन्त, शिल्पी, सेवक आदि की वहाँ भीड़ लगी रहती थी।
8. यहाँ बनारसी मलमल, कोटुम्बर पदार्थों व अन्य कई प्रकार के कपड़ों की बिक्री के लिए दुकानें थीं।