जनहित याचिका: जब पीड़ित लोगों की ओर से कोई अन्य व्यक्ति अथवा सामान्य जनहित को ध्यान में रखकर कोई व्यक्ति या समूह न्यायालय में याचिका दायर करता है एवं उस पर न्यायालय सुनवाई करता है तो इस प्रकार की याचिकाएँ जनहित याचिका कहलाती हैं। जनहित याचिका के अन्तर्गत लोगों के अधिकारों की रक्षा, गरीबों के जीवन को और बेहतर बनाने, पर्यावरण की सुरक्षा एवं लोकहित से जुड़े मामलों की सुनवाई होती है।
इनमें सामानय जन से जुड़ी समस्याओं को न्यायालय के समक्ष रखा जाता है। सन् 1979 में कुछ अखबारों में बिहार में लम्बे समय से बन्द कैदियों के बारे में खबरें छप जो अपने अपराध की सजा भुगतने के बाद भी जेल में बन्द थे। इनसे सम्बन्धित एक वकील ने सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की जिस केस को हुसैनारा खातून बनाम बिहार राज्य के नाम से जाना गया। इसी से भारत में जनहित याचिका की शुरूआत हुई।