गठबंधन की राजनीति के नकारात्मक पक्ष: भारत में गठबंधन की राजनीति के दो नकारात्मक पक्ष निम्नलिखित हैं-
1. अस्थायी सरकारों का निर्माण – सरकार में सम्मिलित दल अपने राजनीतिक लाभ-हानि को ध्यान में रख कर समर्थन वापस भी लेते रहते हैं। इससे सरकार का बहुमत खत्म हो जाता है। सरकार को त्याग-पत्र देना पड़ता है। इस प्रकार सरकारों का स्थायित्व प्रभावित होता है। अस्थायी सरकारें स्थायी विकास के कार्य नहीं कर पाती हैं।
2. राष्ट्रीय एकता को नुकसान- गठबंधन में क्षेत्रीय दलों का प्रभाव बढ़ जाने के कारण क्षेत्रीय दल अपने क्षेत्रीय हितों को साधने पर अधिक बल देते हैं। प्रधानमंत्री का सरकार के स्थायित्व के लिए उनके दबाव में आने के लिए मजबूर होता है। उदाहरण के लिए ममता बनर्जी के विरोध के कारण प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बंगला देश के साथ सम्बन्धों में दबाव में रहे। क्षेत्रीय हितों पर अधिक दवाब होने से राष्ट्रीय हितों को हानि होती है।