मिली-जुली सरकारों में प्रधानमंत्री की स्थिति – मिली-जुली सरकार में प्रधानमंत्री की स्थिति अच्छी नहीं रहती। ऐसी सरकार में प्रधानमंत्री का अपने मंत्रीपरिषद में शामिल अपने व अन्य दलों के सदस्यों पर प्रभावशाली नियन्त्रण नहीं होता है। गठबंधन में सम्मिलित मंत्री अपने दल के नेतृत्व के निर्देशों का पालन करते हैं। कमजोर प्रधानमंत्री प्रभावशाली भूमिका नहीं निभा पाता तथा अनिर्णय की स्थिति में रहता है। गठबंधन में सम्मिलित राजनीतिक दल अपने राजनीतिक हितों को पूर्ति के लिए प्रधानमंत्री पर निरन्तर दबाव डालते हैं।
हमारे देश में 1989 व 1990 में अल्पमत सरकारों के प्रधानमंत्री कमजोर स्थिति में थे, 1998, 1999 तथा 2004 में मिली-जुली सरकारों (गठबंधन सरकार) का गठन हुआ। इन सरकारों ने प्रधानमंत्री पद की प्रतिष्ठा को कभी कम एवं कभी भारी आघात पहुँचाया है। इस प्रकार मिली-जुली सरकार या बाहरी समर्थन पर निर्भर अल्पमत सरकार का नेतृत्व कर रहे। प्रधानमंत्री की स्थिति कमजोर होती है।