दक्षिणी-एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) की स्थापना – इस संगठन की स्थापना 8 अगस्त 1967 को हुई। इसके सदस्य देशों में थाईलैण्ड, म्यांमार, इण्डोनेशिया, ब्रुनेई, लाओस, मलेशिया, कम्पूचिया, सिंगापुर, वियतनाम, फिलीपीन्स सम्मिलित हैं। ये सब दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश हैं। दक्षिणी-पूर्वी एशिया सामरिक और भौगोलिक दृष्टिकोण से अत्यन्त महत्वपूर्ण है। द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात् तत्कालीन विश्व शक्ति ब्रिटेन की शक्ति के पराभव के पश्चात् यह क्षेत्र शक्ति शून्य हो गया एवं चीन इस शून्यता को भरने के प्रयास करने लगी।
चीन की विस्तारवादी नीति के कारण दक्षिण-पूर्वी एशिया के सभी छोटे-बड़े देश चीन के प्रति आशंकित रहने लगे। 1949 ई. में चीन में साम्यवादी शासन की स्थापना हुई। जिसका प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष प्रभाव इस क्षेत्र पर पड़ी। इन देशों ने चीन की बढ़ती हुई विस्तारवादी तथा साम्राज्यवादी नीति के विरुद्ध तटस्थता का मार्ग अपनाते हुए आपसी सहयोग पर बल दिया। अन्ततः परस्पर आर्थिक सहयोग को गति प्रदान करने के लिए इन्होंने आसियान अर्थात् दक्षिण-पूर्वी एशियाई राष्ट्र संघ नामक संगठन की स्थापना की।