भारत में सूती वस्त्र उद्योग के विकास के लिए निम्नलिखित कारक उत्तरदायी रहे हैं –
1. भारत एक उष्णकटिबन्धीय जलवायु वाला देश है। यहाँ की गर्म एवं अर्द्धशुष्क जलवायु में सूती कपड़ा आरामदायक वस्त्र होता है, जिसके कारण देश में सूती कपड़े की पर्याप्त माँग रहती है।
2. सूती वस्त्र उद्योग का सर्वप्रमुख कच्चा माल कपास होता है, जिसका पर्याप्त उत्पादन हमारे देश में होता रहा है।
3. भारत विश्व का दूसरा सर्वाधिक जनसंख्या वाला राष्ट्र है, जिसमें सूती वस्त्र उद्योग के लिए आवश्यक कुशल श्रमिक पर्याप्त संख्या में उपलब्ध मिलते हैं। भारत के कुछ क्षेत्रों में लोग व परिवार सूती वस्त्र तैयार करने का कार्य पीढ़ियों से कर रहे हैं, जिससे वस्त्र निर्माण कुशलती एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्थानान्तरित होती रही है।