पर्वतीय क्षेत्रों के वैज्ञानिक नियोजन हेतु संसाधनों (मृदा, खनिज, वनस्पति, जल आदि) के बारे में विधिवत् जानकारी आवश्यक है जिसके लिए दूरसंवेदी तकनीकी, हवाई छायाचित्र और धरातलीय सर्वेक्षण का सहारा लिया जा सकता है। यहाँ क्षेत्रीय, उपक्षेत्रीय एवं सूक्ष्म स्तर पर अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक योजनाओं का निर्माण किया जाना चाहिए जिसमें पर्यावरण सुरक्षा और जनता की सहभागिता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।