आज के युग में यान्त्रिकता बढ़ गई है। कविता हमें यान्त्रिकता के दबाव से निकालने तथा उल्लास के साथ आगे बढ़ने का सन्देश देती है। बच्चों के सपने एवं खेल सदा आनन्ददायी होते हैं जो हमें भी सुनहरे भविष्य का सन्देश देते हैं उसी प्रकार कविता का भी यही कार्य है।