लेखक की यह धारणा है कि चार्ली का प्रभाव सारे संसार पर रहा है और आगे भी काफी वर्षों तक रहेगा। चार्ली का भारतीय फिल्म जगत् पर भी काफी प्रभावी रहा है। अनेक अभिनेताओं ने उसके अभिनय का अनुसरण भी किया। चार्ली का जीवन कठिनाइयों एवं संघर्षों से भरा रहा, फिर भी उसने दुनिया को अपने आप पर हँसना सिखाया तथा हास्य एवं करुण रस में अनोखा सामंजस्य स्थापित किया।